भारत में कई त्योहार मनाए जाते हैं, लेकिन सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है दीवाली, जो आमतौर पर मध्य-अक्टूबर से मध्य-नवंबर के बीच आता है और पांच दिन तक चलता है।
दीवाली के दौरान, लोग अपने घरों को रंगीन लाइट्स और रंगोलियों से सजाते हैं, और दीयों को जलाते हैं जो उजाला देने के लिए होते हैं, अंधकार को जीत, बुराई को अच्छाई से और अज्ञानता से ज्ञान की विजय को दर्शाते हैं। परिवारों के बीच मिठाई और उपहारों का विनिमय होता है और एक साथ भोजन करते हैं।
भारत में अन्य त्योहारों में होली, नवरात्रि, दशहरा, ईद-उल-फ़ितर, ईद-उल-अज़हा, क्रिसमस, और बहुत से और शामिल हैं। प्रत्येक त्योहार अपनी विशिष्ट महत्ता, रीति-रिवाज और परंपराओं के साथ अनूठा होता है और देश भर में बड़ी उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है।
इस त्योहार का सबसे महत्वपूर्ण अंग दीपों का जलाना है। लोग अपने घरों और मंदिरों में दीपों को जलाते हैं जो उनके घर में सुख और समृद्धि का प्रतीक होते हैं। इसके साथ ही, लोग अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को उपहार भेंट करते हैं और उनके साथ खुशी और उल्लास का माहौल बनाते हैं।
दीवाली त्योहार भारत के विभिन्न भागों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। इस त्योहार के दौरान लोग आपस में मिलते हैं और अपने प्रियजनों के साथ उत्साह और खुशी का आनंद लेते हैं।
तैयारी -
दीवाली के लिए तैयारी शुरू करने से पहले, आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। यह त्योहार एक बड़ा और धूमधाम से मनाया जाने वाला त्योहार होता है इसलिए इसे ध्यान में रखकर तैयारी करना चाहिए।
यहां कुछ आवश्यक चीजें हैं जो आपको तैयारी के लिए चाहिए:
- घर को सजाने के लिए समान - रंगोली, दीपक, तोरण, पतंग आदि।
- खाने के लिए सामग्री - दीवाली पर लोगों के घरों में गाढ़ावला खाना बनाया जाता है। इसलिए आपको विभिन्न पकवान जैसे कि गुलाब जामुन, रसगुल्ला, समोसे, कचौड़ी, मिठाई आदि की तैयारी करनी होगी।
- कपड़े और अन्य सामग्री - दीवाली के लिए लोग नए कपड़े पहनते हैं, इसलिए आपको अपने परिवार के सदस्यों के लिए नए कपड़े ख़रीदने होंगे। इसके साथ ही, लोग घर को सजाने के लिए फूलों की बेलियां आदि खरीदते हैं।
- दीवाली के लिए लोग उपहार भी खरीदते हैं।
- घर की सफाई - दीवाली से पहले आपको अपने घर की सफाई करनी चाहिए। अपने घर को सफाई करने से आपके घर में एक उत्तम वातावरण बनता है और आपके अतिथियों को अधिक स्वच्छता और सुविधा मिलती है।
- दीवाली की पूजा - दीवाली की रात को लोग लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते हैं। इसलिए, आपको घर में इसके लिए आवश्यक सामग्री जैसे लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, पूजा सामग्री, दीपक आदि खरीदने की जरूरत होगी।
- सुरक्षा - दीवाली के दौरान, धूम्रपान और पटाखों का इस्तेमाल बहुत अधिक होता है। इसलिए, आपको और आपके परिवार को इन समस्याओं से बचाने के लिए सुरक्षा के बारे में सोचना चाहिए। आपको अपने घर के आसपास अग्निशमन उपकरण, पुलिस के फोन नंबर आदि रखने की जरूरत होगी।
इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए आप अपने घर को दीवाली के लिए तैयार कर सकते हैंl
दिवाली कैसे मानते हैं -
दीवाली भारत का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसे लोग खुशी के साथ मनाते हैं। इस त्योहार के दौरान लोग घरों को सजाते हैं, दीपक जलाते हैं, पटाखे फोड़ते हैं, मिठाई खाते हैं, और अपने परिवार और दोस्तों के साथ उत्सव मनाते हैं।
- दीवाली का उत्सव पांच दिनों तक चलता है। पहले दिन को धनतेरस के नाम से जाना जाता है, दूसरे दिन छोटी दीवाली या नरक चतुर्दशी कहलाता है, तीसरे दिन दीवाली होती है, चौथे दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है और पांचवें दिन यानी भाईदूज नाम से मनाया जाता है।
- दीवाली के पहले दिन, धनतेरस के दिन लोग सोने, चांदी और नए कपड़े खरीदते हैं। इस दिन भी लोग घरों की सफाई करते हैं और अपने घरों को दीपकों से सजाते हैं।
- छोटी दीवाली के दिन लोग घर के आसपास दीपक जलाते हैं और पटाखे फोड़ते हैं। दीवाली के तीसरे दिन, लोग अपने घरों की सजावट करते हैंl अधिकांश लोग दीवारों पर दीपक लगाते हैं जिससे उनके घर का दृश्य बहुत सुंदर लगता है।
- दीवाली के चौथे दिन, लोग गोवर्धन पूजा मनाते हैं। इस दिन किसी भी शुभ कार्य के लिए शुभ माना जाता है।
- दीवाली के पांचवें दिन, भाईदूज के नाम से मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों के लिए खास मिठाई बनाती हैं और उन्हें गिफ्ट भी देती हैं। भाईयों ने भी अपनी बहनों के लिए गिफ्ट खरीदते हैं।
देवी लक्ष्मी की पूजा -
दीवाली के उत्सव के दौरान, देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। देवी लक्ष्मी को समृद्धि, धन, स्वास्थ्य, समृद्धि और सफलता की देवी माना जाता है।
लोग दीवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं, जो बहुत शुभ माना जाता है। पूजा के दौरान दीपकों, धूप और अर्घ्य का उपयोग करते हुए मां लक्ष्मी की आराधना की जाती है। इसके अलावा, लोग सोने और चांदी के सिक्के और ज्वेलरी को भी पूजा के दौरान लाते हैं।
विभिन्न रूपों में बनाई गई दीपों को भी पूजा के दौरान उपयोग किया जाता है। ये दीपक मां लक्ष्मी के आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए लगाए जाते हैं। इसके अलावा, कुछ लोग स्वर्ण या चांदी के सिक्के भी मां लक्ष्मी की पूजा के दौरान रखते हैं।
दिवाली का महत्व -
दीवाली भारत का सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध हिंदू उत्सव है। इसे वर्षभर में अक्टूबर या नवंबर के महीनों में मनाया जाता है। यह उत्सव प्रकाश का उत्सव है जो चांदी के दीपों, रंगों, आकाश में फुटने वाले पटाखों और आमतौर पर घरों की सजावट से भरा हुआ होता है।
इस उत्सव को अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है जैसे दीपावली, दीवाली या दीपोत्सव। दीपावली शब्द का अर्थ होता है "दीपों की अवली"।
दीवाली के उत्सव के दौरान लोग अपने घरों को सजाते हैं, घरों की सजावट के साथ-साथ खाने-पीने की चीजें बनाते हैं और उन्हें अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ साझा करते हैं। इस उत्सव के दौरान लोग एक दूसरे को उपहार भी देते हैं।
दीवाली के दौरान लोग परंपरागत रूप से दीपक जलाते हैं, पटाखे जलाते हैं, घरों को रंगीन दीपों से सजाते हैं और फुलझड़ियों और पटाखों का उपयोग भी करते हैं।
निष्कर्ष -
समाज में एकता और सामंजस्य का संदेश देने वाला दीवाली हिंदू धर्म का एक बहुत ही महत्वपूर्ण उत्सव है। यह उत्सव लोगों को दुनिया के हर कोने से एक साथ लाने और खुशी का माहौल बनाने का मौका देता है। इस उत्सव के दौरान लोग अपने पारिवारिक रिश्तों को मजबूत करते हैं और एक दूसरे के साथ उल्लास, प्रेम और सम्मान की भावना साझा करते हैं।
दीपों की रोशनी, फूलझड़ियों का आनंद और पटाखों की धूम दीवाली के आसपास महसूस होती है। इस उत्सव के दौरान लोग आपस में एक दूसरे को उपहार देते हैं और एक दूसरे के साथ खुशी के लम्हों का आनंद लेते हैं।
दीवाली हमें धन और समृद्धि की आशा देती है और हमें यह याद दिलाती है कि हम अपने जीवन में उत्साह, सकारात्मकता, सम्मान और प्रेम को बढ़ाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए।
इस उत्सव के कुछ महत्वपूर्ण प्रमुख बिंदु हमारे निम्नलिखित हैं:
दीवाली का अर्थ होता है "दीपों की रोशनी"।दीपावली के दौरान लोग मंदिर और घरों को सजाते हैं और दीपों को जलाते हैं।
इस उत्सव के दौरान लोग अपने परिवार के साथ मिलते हैं और मिठाई खाते हैं।
दीपावली के दौरान भगवान गणेश और लक्ष्मी की पूजा की जाती है जिन्हें धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
इस उत्सव के दौरान बच्चे अपने खिलौनों के साथ खेलते हैं और पटाखे जलाते हैं।
दीवाली के दौरान लोग अपने घरों को सजाते हैं और उन्हें दिवाली का त्योहार मनाने के लिए दीपों, फूल, रंगों और पटाखों से सजाते हैं।
लक्ष्मी पूजा: दीवाली के दौरान लोग भगवान लक्ष्मी की पूजा करते हैं। यह पूजा धन, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए की जाती है।
रंगोली बनाना: दीवाली के दौरान घर के बाहर और अंदर रंगोली बनाई जाती है। रंगोली एक आकर्षक रंगीन चित्र होता है जो घर के भीतर और बाहर खुशी का अनुभव करते हुए आतिथ्य का अभिवादन करता है।
पटाखों का जलाना: दीपावली के दौरान लोग पटाखे जलाते हैं। यह रंग-बिरंगे फूलझड़ियां, बॉम्ब और अन्य पटाखों के साथ रंग-बिरंगे दीपकों का दृश्य प्रदर्शित करता है।
मिठाई खाना: दीवाली के दौरान लोग मिठाई खाते हैं।
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